एक लखनवी नवाब
पीते शराब
खाते कबाब
शौकीने शबाब
हुस्न को परखते थे
जुल्फों में उलझते थे
किस रक्कासा की हैं जुल्फें
सूँघ के ही बकरते थे
ये है महरुन्निसा की
ऊपर वाली चमेलीबाई
दाहिने है रुखसाना की
तो बाएं पड़ी है जोहराबाई
बीरबल का पोता लखनऊ आया
मसखरी करने का शौक चर्राया
गधी के बाल थैली में भरवाया
नवाब के सामने पेश करवाया
सूँघ के नवाब होते रहे हलकान
बढ़ती गई खीझ हुये परेशान
फिर जोर से चिल्लाये, नवाब ने अता फरमाया है
कोचवान इरफान, बग्घी निकालो, लखनऊ में नया माल आया है
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